Tuesday, September 1, 2009

चेहरा ढँकने का खेल

थोड़ा शर्मा तो रहा हूँ, लेकिन ब्लॉगजगत में मौज लेने का रिवाज है, इसलिए इस वीदियो को भी ठेलता हूँ। बस आपके लिए...

इस खेल का वीडियो देखने के लिए यहाँ चटका लगाइए।

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3 comments:

  1. हम त अउरो कहेंगे - उधारी खाता ठीक नहीं।
    फोटो में एकदम गुरू लग रहे हो भतीजे !
    चाहे गोलिए पारो लेकिन अपने ही लिखो। जे काम तुम्हरे पप्पा का नहीं है।

    ऐसा करो कि जब तक लिखना न आए,अपनी दँतुली के फोटो ही लगाते रहो। इतने अलग अलग आएँगे कि खत्म होते होते तुम लिखना सीख जाओगे।

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  2. बढ़िया है, मौज लेते रहो!!

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‘शाबास’ कहिए, बस...